रोज़े की हालत में “एनेमा”लेना जाईज़ है?

सवाल – क्या रोज़े की हालत में “एनेमा” लेना जाईज़ है?

जवाब – रोज़ा टूट जाएगा, क्युंकि उस को मक़अद (गूदे) के अन्दर दाख़िल किया जाता है.

अल्लाह तआला ज़्यादा जानने वाले हैं.

قال في الدر المختار ولو بالغ في الاستنجاء حتى بلغ موضع الحقنة فسد و هذا قلما يكون ولو كان فيورث داء عظيما اه

قال الشامي ثم في بعض النسخ المحقنة بالميم و هي أولى قال في الفتح و الحد الذي يتعلق بالوصول إليه الفساد قدر المحقنة اه أي قدر ما يصل إليه رأس المحقنة التي هي آلة الاحتقان و على الأول فالمراد الموضع الذي ينصب منه الداء إلى الأمعاء اه (رد المحتار ۲/۳۹۷)

दारूल इफ़्ता, मद्रसा तालीमुद्दीन

इसिपिंगो बीच, दरबन, दक्षिण अफ्रीका

Source: http://muftionline.co.za/node/4018

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