सवाल – अगर किसी ने ज़बान से रोज़े की निय्यत नहीं की, तो क्या उस का रोज़ा दुरूस्त होगा? स्पष्ट रहे के उस को ज़हनी तौर पर मालूम है के वह रमज़ान का रोज़ा रख रहा है.
और पढ़ो »फ़जर से पेहले जनाबत का ग़ुसल न करने की सूरत में रोज़े का हुकम
सवाल – अगर किसी ने रमज़ान के महीने में एक दिन फ़जर की नमाज़ से पेहले जनाबत का ग़ुसल नहीं किया, बलके उस ग़ुसल को मुअ की नमाज़ से पेहले ग़ुसल जनाबत का ग़ुसल किया, तो क्या उस का रोज़ा दुरूस्त होगा?
और पढ़ो »ज़कात की रक़म से ग़रीब आदमी की बीजली और पानी का बिल अदा करना
सवाल – क्या ज़कात की रक़म से किसी ग़रीब मुसलमान की बिजली और पानी का बिल अदा करने से ज़कात अदा हो जाएगी?
और पढ़ो »व्यापार की निय्यत से ख़रीदे गए पशुओं पर ज़कात
सवाल – जो ऊंट, बैल, गाए, दुम्बे और बकरियां वग़ैरह बेचने की निय्यत से ख़रीद लिए जाए, तो क्या उन पर ज़कात फ़र्ज़ होगी?
और पढ़ो »ज़कात की रक़म से स्कूल के लिए कोई सामान ख़रीदना
सवाल – अगर कोई आदमी ज़कात अदा करने की निय्यत से ज़कात की रक़म से स्कूल के लिए कोई सामान खरीद ले, तो क्या इस तरह करने से उसकी ज़कात अदा होगी?
और पढ़ो »ज़कात की रक़म से मस्जिद का तामीर करना
सवाल – क्या ज़कात की रक़म से मस्जिद तामीर करना जाईज़ है? अगर ज़कात की रक़म से मस्जिद की तामीर की जाए, तो क्या ज़कात अदा होगी?
और पढ़ो »संपत्ती और फ़्लेट वग़ैरह पर ज़कात
सवाल – क्या जायदाद (संपत्ती) और फ़्लेट वग़ैरह पर ज़कात फ़र्ज़ है?
और पढ़ो »शाबान की पंदरहवीं शब की फ़ज़ीलत
सवाल – में ने एक अरब शैख़ से सुना के शबे बराअत की फ़ज़ीलत के सिलसिले में जितनी भी अहादीष वारिद हुई वह सब ज़ईफ़ है, लेकिन उन में से कोई हदीष सहीह नहीं है. लिहाज़ा इस शब और उस के अगले दिन को महत्तवता देने की ज़रूरत नहीं. क्या …
और पढ़ो »आशूरा के दिन घरवालों के लिए तोहफ़े ख़रिदना
सवाल – क्या आशूरा के दिन अहले ख़ाना के लिए तोहफ़े (हदाया) ख़रिदना जाईज़ है या नहीं?
और पढ़ो »आशूरा की महत्तवता
सवाल – कुछ लोगों का अक़ीदा है के मुहर्रम का महीना हज़रत हुसैन (रज़ि.) की शहादत पर सोग (ग़म) मनाने का महीना है और कुछ लोगों का ख़्याल है के मुहर्रम का महीना ख़ुशी मनाने और अहले ख़ाना (घर वालों) पर फ़राख़ दिली (दिल ख़ोल कर) से ख़र्च करने का …
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