फ़तावा

किसी शख़्स का अपने मातहतों (बिवी और बच्चों वग़ैरह) की तरफ़ से सदक़ए फ़ित्र अदा करना

सवाल – अगर कोई शख़्स अपनी बीवी और बालिग़ औलाद का सदक़ए फ़ित्र उन की इजाज़त के बग़ैर अदा करे, तो क्या उन का सदक़ए फ़ित्र अदा हो जाएगा?

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ग़ैर इस्लामी मुल्क में ग़ैर मुस्लिम ग़रीब आदमी को सदक़ए फ़ित्र देना

सवाल – अगर कोई शख़्स ग़ैर इस्लामी मुल्क में ग़रीब आदमी को सदक़ए फ़ित्र दे, तो क्या उस का सदक़ए फ़ित्र अदा हो जाएगा?

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इस्लामी मुल्क में ग़ैर मुस्लिम ग़रीब आदमी को सदक़ए फ़ित्र देना

सवाल – अगर कोई शख़्स इस्लामी मुल्क में ग़ैर मुस्लिम ग़रीब आदमी (ज़िम्मी) को सदक़ए फ़ित्र दे, तो क्या उस का सदक़ए फ़ित्र अदा हो जाएगा?

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ग़रीब बाप का अपने नाबालिग़ बच्चों की तरफ़ से सदक़ए फ़ित्र निकालना

सवाल – अगर बाप ग़रीब हो और उन के नाबालिग़ बच्चों के पास इतना माल हो जो ज़कात के निसाब के बराबर पहोंचता हो, तो क्या बाप पर वाजिब है के वह अपने नाबालिग़ बच्चों का सदक़ए फ़ित्र उन के माल से अदा करे?

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बाप का अपने माल से अपने मालदार बच्चों की तरफ़ से सदक़़ए फ़ितर अदा करना

सवाल – अगर बाप अपने मालदार नाबालिग़ बच्चों का सदक़ए फ़ित्र अपने व्यक्तिगत माल से अदा करे, तो क्या उन का सदक़ए फ़ित्र अदा हो जाएगा?

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एतेकाफ़ के दौरान हाफ़िज़े क़ुर्आन के लिए तरावीह पढ़ाने की निय्यत से मस्जिद से निकलना

सवाल – अगर कोई हाफ़िज़ जो सुन्नत एतेकाफ़ में बैठा हुवा है तरावीह पढ़ाने के लिए मस्जिद से निकल जाए, तो उस के एतेकाफ़ का क्या हुकम है? क्या उस एतेकाफ़ टूट जाएगा?

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जुम्आ का ग़ुसल करने के लिए एतेकाफ़ के दौरान मस्जिद से निकलना

सवाल – क्या मोअतकिफ़ जुमआ के दिन सुन्नत ग़ुसल के लिए मस्जिद से निकल सकता है? अगर सुन्नत ग़ुसल के लिए वह मस्जिद से निकल जाए, तो क्या उस का एतेकाफ़ टूट जाएगा?

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एतेकाफ़ की हालतमें क़ज़ाए हाजत के बाद ग़ुसल करना

सवाल – अगर मोअतकिफ़ क़ज़ाए हाजत के लिए मस्जिद से निकल जाए और क़ज़ाए हाजत के बाद वह उसी जगह जलदी ग़ुसल कर के मस्जिद में दाख़िल हो जाए, तो क्या उस का एतेकाफ़ टूट जाएगा?

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