जनाज़े की नमाज़ के सहीह होने के लिए दो क़िसम की शरतें हैः (१) नमाज़ से मुतअल्लिक़ शरतें और (२) मय्यित से मुतअल्लिक़ शरतैं. नमाज़ से मुतअल्लिक़ शराईतः जनाज़े की नमाज़ की सिहत के लिए बिअयनिही वह शरतें हैं, जो आम नमाज़ों की सिहत के लिए ज़रूरी हैं यअनीः (१) …
और पढ़ो »किराऐ पर ज़कात
सवाल:– क्या किराये की रक़म पर ज़कात फ़र्ज़ है यानी अगर किरायेदार ने किराये की रक़म मकान के मालिक को अदा नहीं की है तो क्या मकान के मालिक पर किराये की रक़म की ज़कात फ़र्ज़ होगी और अगर कई सालों के बाद किरायेदार किराया अदा करे तो क्या पिछले …
और पढ़ो »न बिकने वाले सामान पर ज़कात
सवाल:– क्या ऐसे तिजारत के सामान पर ज़कात फ़र्ज़ है जो न बिकता हो?
और पढ़ो »कारोबार के सामान पर ज़कात
सवाल:– किस सामान पर ज़कात फ़र्ज़ है?
और पढ़ो »नमाज़े जनाज़ा के फ़राईज़ और सुन्नते
नमाज़े जनाज़ा में दो चीजें फ़र्ज़ हैः (१) चारों तकबीरें केहना. (२) खड़े हो कर नमाज़े जनाज़ा पढ़ना मगर यह के कोई माज़ूर(लाचार,विविश) हो, तो उस के लिए बैढ़ कर पढ़ने की भी गुंजाईश है...
और पढ़ो »सोने और चांदी की ज़कात निकालने का तरीक़ा
सवाल – सोना और चांदी की ज़कात निकालने का क्या तरीक़ा है? दूसरा सवाल यह है के सोने और चांदी के आभूषण की ज़कात निकालते वक़्त क्या क़ीमत में कारीगरी का एतेबार किया जाएगा?
और पढ़ो »जनाज़े की नमाज़ में पढ़ने की दुआ
(१२) अगर मय्यित नाबालिग़ लड़का हो, तो निम्नलिखित दुआ पढ़ी जाएः اَللّٰهُمَّ اجْعَلْهُ لَنَا فَرَطًا وَّاجْعَلْهُ لَنَا اَجْرًا وَّذُخْرًا وَّاجْعَلْهُ لَنَا شَافِعًا وَّمُشَفَّعًا ए अल्लाह! उस बच्चे को हमारे लिए पेश रव बना(यअनी वह आख़िरत महुंच कर हमारे लिए राहत और आराम के असबाब तैय्यार कराए) और उस को हमारे …
और पढ़ो »सोने और चांदी के निसाब की मिकदार(मात्रा)
सवाल – सोने और चांदी का निसाब क्या है?
और पढ़ो »ज़कात की तारीख़ से पेहले माल का ख़तम हो जाना
सवाल:– अगर किसी का माल उस की ज़कात की तारीख़ से पेहले कम हो जाए, तो वह कितनी मिक़दार (मात्रा) पर ज़कात अदा करे? मिसाल के तौर पर बकर दस लाख रूपये का मालिक है. वह दस लाख रूपये पूरे साल उस के पास रहे. बकर की ज़कात की तारीख़ …
और पढ़ो »जनाज़े की नमाज़ का तरीक़ा
जनाज़े की नमाज़ अदा करने का मस्नून तरीक़ा निम्नलिखित हैः (१) मय्यित को इमाम के सामने इस तरह रख्खा जाए के उस का सर इमाम के दायीं जानिब हो और उस का पैर इमाम के बायीं जानिब हो इसी तरह के मय्यित को इस तरह रख्खा जाए के उस के …
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