شكا سيدنا عبد الرحمن بن عوف رضي الله عنه رجلا يؤذيه إلى رسول الله صلى الله عليه وسلم. فقال رسول الله صلى الله عليه وسلم للرجل:
لا تؤذ رجلا من أهل بدر، فإن أحدكم لو أنفق مثل أُحُد ذهبا، ما أدرك مد أحدهم (مما أنفقوا في سبيل الله) ولا نصيفه (من صحيح مسلم، الرقم: ٢٥٤١، المعجم الصغير، الرقم: ٥٨٠)
एक मर्तबा हज़रत अब्दुर्रह़मान बिन औफ रद़ियल्लाहु अन्हु ने रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम से एक शख़्स की शिकायत की, जिस ने उन को तकलीफ पहुंचाई थी। रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने उस शख़्स से फ़रमाया:
ऐसे आदमी को तकलीफ न दो, जिस ने गज़्व-ए-बदर में शिर्कत की है। उन का हाल यह है कि अगर तुम उह़ुद पहाड के बराबर दीन के लिए सोना खर्च कर दो; फिर भी तुम उन लोगो के एक मुद के बराबर (सवाब) हासिल न कर सकोगे, जो उन्होंने अल्लाह की राह में ख़र्च किया; बल्कि तुम उन के आधे मुद के बराबर भी सवाब हासिल न कर सकोगे, जो उन्होंने अल्लाह के रास्ते में ख़र्च किया।