सुननो आदाब

माहे रमज़ान के आदाब और सुन्नतें- ३

(१) बुज़ुर्गाने दीन की सोहबत(संगात) में समय गुज़ारिए, ताकि आप रमज़ानुल मुबारक की बरकात से ज़्यादह से ज़्यादह फ़ाइदा हासिल कर सकें. (२) सेहरी खाने में बेपनाह बरकतें हैं, लिहाज़ा रोज़ा शुरू करने से पेहले सेहरी के लिए ज़रूर जागिए. عن أبي سعيد الخدري رضي الله عنه قال قال رسول …

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माहे रमज़ान के आदाब और सुन्नतें- २

(१) हराम और मुश्तबह(शक वाली) चीज़ों से ऐहतिराज़ करें(बचे), ख़्वाह वह मुश्तबह(शक वाली) या हराम चीज़ खाने पीने से मुतअल्लिक़ हो या अमल से मुतअल्लिक़ हो...

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अज़ान और इक़ामत की सुन्नतें और आदाब-(भाग-५)

मुअज़्ज़िन के फ़ज़ाईल(श्रेष्ठता) सहाबए किराम(रज़ि.) आरज़ू करते थे के वह ख़ुद अज़ान दें और उन के बच्चे भी अज़ान दें. عن علي رضي الله عنه قال: ندمت أن لا أكون طلبت إلى رسول الله صلى الله عليه وسلم فيجعل الحسن والحسين مؤذنين (مجمع الزوائد رقم ۱۸۳٦)[१] हज़रत अली(रज़ि.) ने फ़रमाया …

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अज़ान और इक़ामत की सुन्नतें और आदाब-(भाग-२)

अज़ान और इक़ामत की सुन्नतें और आदाब अज़ान दीने इस्लाम का एक अज़ीम और नुमायां शिआर है. इस्लाम में अज़ान देने वालों को इन्तिहाई ऊंचा और आला स्थान अता किया गया है. क़यामत के दिन जब लोग मुअज़्ज़िनीन के ऊंचे स्थान और मरतबे को देखेंगे, तो रश्क(ईर्ष्या) करेंगे. कई अहादिष …

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अज़ान और इक़ामत की सुन्नतें और आदाब-(भाग-३)

  • सारी मख़लूक़(मानवजाती)(इन्सान हो या जिन्नता या कोई और मख़लूक़) जो मुअज़्ज़िन की आवाज़ सुनती है, क़यामत के दिन उस के लिए गवाही देगी.
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    अज़ान और इक़ामत की सुन्नतें और आदाब-(भाग-१)

    जब रसूलुल्लाह(सल्लल्लाहु अलयहि वसल्लम) हिजरत कर के मदीना मुनव्वरा पहुंचे, तो आप ने वहां मस्जिद का निर्माण किया. मस्जिद के निर्माण के बाद आप(सल्लल्लाहु अलयहि वसल्लम)ने सहाबए किराम(रज़ि.) से लोगों को नमाज़ के लिए मस्जिद में बुलाने के तरीक़े के सिलसिले में मश्वरा किया...

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    मिस्वाक की सुन्नतें और आदाब-(भाग-५)

    (६) हालते नज़अ में(मौत से पहले की हालत में).

    عن عائشة رضي الله عنها قالت دخل عبد الرحمن بن أبي بكر ومعه سواك يستن به فنظر إليه رسول الله صلى الله عليه وسلم فقلت له أعطني هذا السواك يا عبد الرحمن فأعطانيه فقصمته (وفي رواية وطيبته) ثم مضغته فأعطيته رسول الله صلى الله عليه وسلم فاستن به وهو مستند إلى صدري...

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