लेख

मुहर्रम और आशूरा

यह अल्लाह तआला का निज़ाम(प्रणाली) है के उनहोंने कुछ चीज़ों को कुछ चीज़ों पर विशेष फ़ज़ीलत और ऎहमीयत (महत्वता) दी है. चुनांचे ईन्सानों में अम्बीयाए किराम अलयहिमुस्सलातु वस्सलाम को दीगर लोगों पर ख़ास फ़ज़ीलत और फ़वक़ियत (प्राथमिकता) दी गई है. मक्का मदीना और मस्जिदे अक़सा को...

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ज़िंदगी के अंतिम क्षण

كُلُّ نَفْسٍ ذَائِقَةُ الْمَوْتِ

"हर जानदार को मौत का मज़ा चखना हे." (सूरऎ आली इमरान)

मौत ऎक ऎसी अटल हक़िक़त (सच्चाई) है, जिस से किसी को छुटकारा नहीं है. मौमिन और काफ़िर दोनों  ने इस की हक़्क़ानियत (सच्चाई) का स्वीकार किया हैं...

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