(१) जनाज़े की नमाज़ में इमाम और मुक़तदी दोनों तकबीरें कहेंगे और दुआऐं पढ़ेंगे. दोनों मे मात्र इतना फ़र्क़ है के इमाम तकबीरें और सलाम बुलंद आवाज़ से कहेंगे और मुक़तदी आहिस्ता आवाज़ से कहेंगे. जनाज़े की नमाज़ की दीगर चीज़ें (षना, दुरूद और दुआ) इमाम और मुक़तदी दोनों आहिस्ता पढ़ेंगे...
और पढ़ो »क्या जनाज़े की नमाज़ में जामअत शर्त है?
जनाज़े की नमाज़ की सिह्हत के लिए जमाअत शर्त नहीं है. चुनांचे अगर एक शख़्स भी मय्यित की जनाज़े की नमाज़ अदा करले, तो जनाज़े की नमाज़ दुरूस्त होगी, चाहे वह(जनाज़े की नमाज़ पढ़ने वाला) मुज़क्कर(मर्द) यो या मुअन्नत(स्त्री), बालिग़ हो या नाबालिग़. हर सूरत में जनाज़ की नमाज़ अदा हो जाएगी...
और पढ़ो »समुद्र में ड़ूब कर या कुंऐ में गिर कर मरना
अगर कोई व्यक्ति समुद्र में ड़ूब जाए और उस की लाश न मिले, तो उस के लिए न तो ग़ुसल है और न ही कफ़न और जनाज़े की नमाज़...
और पढ़ो »किसी दुर्घटना तथा प्राकृतिक आपदा की वजह से मौत
कोई व्यक्ति किसी दुर्घटना तथा प्राकृतिक आपदा(आसमानी आफ़त) की वजह से मर जाए और उस के शरीर का अक्सर हिस्सा सहीह सालिम हो, तो उस को सामान्य तरीक़े के मुताबिक़ ग़ुसल और कफ़न दिया जाएगा और उस की जनाज़े की नमाज़ अदा की जाएगी...
और पढ़ो »आसमानी बिजली से या आग से मर जाने वाले की कफ़ण दफ़न और जनाज़े की नमाज़
अगर कोई व्यक्ति आसमानी बिजली के गिरने की वजह से या आग में जल कर मर जाए और उस का शरीर सहीह सालीम हो(अंग बिखरे न हो), तो उस को साधारण तरीक़े के अनुसार ग़ुसल दिया जाएगा...
और पढ़ो »गली(सडी) हुई लाश जो फटने के क़रीब हो उस की जनाज़े की नमाज़
अगर मय्यित की लाश इस क़दर गल गई हो के उस को हाथ लगाया जाए, तो आशंका है के वह टुकडे टुकडे हो जाऐंगे तो इस स्थिती में ग़ुसल के लिए बस इतना काफ़ी होगा के उस पर पानी बहा दिया जाए...
और पढ़ो »ग़ुसल और जनाज़े की नमाज के बग़ैर दफ़न किए गए मय्यित की जनाज़े की नमाज़
अगर किसी मय्यित को ग़ुसल और जनाज़े की नमाज़ के बग़ैर दफ़न कर दिया गया हो, तो उस की जनाज़े की नमाज़ उस की क़बर पर पढ़ी जाएगी, इस शर्त के साथ के उस की लाश न फटी हो...
और पढ़ो »नाबालिग़ बच्चे की जनाज़ा नमाज़ जिस के वालिदैन में से एक मुसलमान हो और एक काफ़िर हो
अगर नाबालिग़ बच्चा जो अक़ल व शुऊर की उमर को नहीं पहुंचा हो मर जाए और उस के वालिदैन में से एक मुसलमान हो और दूसरा काफ़िर हो, तो उस बच्चे को मुसलमान समझा जाएगा और उस की जनाज़े की नमाज़ अदा की जाएगी. अलबत्ता अगर नाबालिग़ बच्चा जो अक़ल …
और पढ़ो »ख़ुदकुशी(आत्महत्या) करने वाले की जनाज़े की नमाज़
ख़ुदकुशी(आत्महत्या) करने वाले की जनाज़े की नमाज़ अदा की जाएगी. [१] तमाम मुसलमानों के लिए उस बच्चे की जनाज़े की नमाज़ में शिरकत करना (भाग लेना) जाईज़ है. अलबत्ता अगर कुछ मशहूर और अनुयायी उलमा उस की जनाज़े की नमाज़ में इस निय्यत से शिर्कत न करें के लोगो को …
और पढ़ो »अपने वालीदैन के क़ातिल की जनाज़े की नमाज़
इस्लामी मुल्क में उस शख़्स पर जनाज़े की नमाज़ नहीं पढ़ी जाएगी, जिस ने अपनी मां या अपने बाप को जान बुझ कर क़तल किया हो फिर उस को इमामुल मुस्लिमीन(मुस्लिम हाकिम) ने इस जुर्म की सज़ा में क़तल कर दिया हो.[१] नोटः- वालिदैन के क़ातिल पर मुसलमान होने के …
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