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अज़ान सुन कर दुरूद शरीफ़ पढ़ना

लोगों ने ख़ल्लाद बिन कषीर की बीवी से उस की वजह पूछी, तो उन्होंने जवाब दिया के उस का मामूल (नियम) था के हर जुम्आ को निम्नलिखित दुरूद को एक हज़ार मर्तबा पढ़ते थेः

اَللّٰهُمَّ صَلِّ عَلٰى مُحَمَّدٍ النَّبِيِّ الْأُمِّيِّ...

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निकाह की सुन्नतें और आदाब – १०

दूसरे शब्दों में युं कहा जाये के चुंके उस ने एक बीवी के अधिकार (हुक़ूक़) को पूरा किया और दूसरी बीवी के अधिकार (हुक़ूक़) को पूरा न किया, बलके उस पर ज़ुलम किया, तो उस के पादाश में क़यामत के रोज़ उस को यह सज़ा दी जायेगी...

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तबलीग का सही अर्थ

तबलीग़ यह है के अपनी सलाहिय्यत (योग्यता) और इस्तेअदाद (प्रतिभा) की हदतक लोगों को दीन की बात इस तरह पहोंचाई जाये जिस तरह पहोंचाने से लोगों के मानने की उम्मीद हो. अम्बिया (अलै.) यही तबलीग़ लाये हैं...

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नमाज़ की सुन्नतें और आदाब – १

नमाज़ से पेहले (१) नमाज़ के वक़्त से पेहले ही नमाज़ के लिये अच्छी तरह तय्यारी कीजीये. शारिरीक तय्यारी के साथ साथ आप को मानसिक रूप से इस बात का पूरे तौर पर एहसास होना चाहिये के आप अल्लाह तआला की बारगाह में हाज़िर होने वाले हैं. [१] (२) हर …

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