નવા લેખો

व्यापार संभालने के लिए मुनासिब (उपयुक्त) आदमी न मिलने की वजह से हज्ज बाद में अदा करना ?

सवाल – एक आदमी हज की इस्तिता’अत (ताकत) रखता है, लेकिन वो हज के लिए नहीं जा रहा है, क्योंकि उस को कोई ऐसा मुनासिब आदमी नहीं मिल रहा है, जो उस की गैर मौजुदगी में उस की तिजारत (व्यापार) संभाल सके. इस बारे में शरीअत क्या केहती है?

और पढ़ो »

कया कई एकड जमीन के मालिक पर हज्ज फर्ज हे ?

सवाल – एक शख्स कई एकड़ ज़मीन का मालिक है ओर वही ज़मीन उस के लिए कमाने का ज़रीआ (स्त्रोत) है अगर वह शखस थोडी ज़मीन या पूरी ज़मीन फरोखत कर दे, तो उस के पास इतना माल होगा, जो हज के लिए काफी होगा तो क्या ऐसे शख्स पर …

और पढ़ो »

दुरूद शरीफ़ से सदक़े का षवाब

عَنْ أَبِي سَعِيدٍ الخدري عن رَسُولَ الله صَلَّى الله عَلَيه وسَلَّم قَالَ : أيما رَجُلٍ لَمْ يَكُنْ عِندَهُ صَدَقَةٌ ، فَليَقُل في دُعَائِه: اَللّهُمَّ صَلِّ عَلَى مُحَمَّدٍ عَبْدِكَ وَرَسُولِكَ ، وَصَلِّ عَلَى الْمُؤْمِنِينَ وَالْمُؤْمِنَاتِ ، وَالْمُسْلِمِينَ وَالْمُسْلِمِاتِ ، فَإِنَّهَا زَكَاةٌ  (صحيح ابن حبان) हज़रत अबू सईद ख़ुदरी (रज़ि.) से रिवायत …

और पढ़ो »