सवाल – वुकूफ़े अरफ़ा का वक़्त कोनसा हे?
और पढ़ो »हज़रत सअ्द रदि अल्लाहु ‘अन्हु के लिए रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की खुसूसी दुआ
गज़व-ए-उह़ुद में रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने हज़रत सअ्द रदि अल्लाहु ‘अन्हु के लिए ख…
अल्लाह त’आला की बारगाह में हज़रत स’अ्द रदि अल्लाहु ‘अन्हु की दुआओं की क़ुबूलियत
नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने हज़रत स’अ्द रदि अल्लाहु ‘अन्हु के लिए दुआ फ़रमाई:…
मौत के लिए हर एक को तैयारी करना है
शेखु-ल-ह़दीस हज़रत मौलाना मुह़म्मद ज़करिया रहिमहुल्लाह ने एक मर्तबा इरशाद फ़रमाया: मैं एक बात बहुत स…
हज़रत स’अद बिन अबी वक्कास रदि अल्लाहु ‘अन्हु को जन्नत की बशारत
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु ‘अलैहि व सल्लम ने फ़रमाया: स’अद जन्नत में होंगे (वो उन लोगों में स…
सूरह इखलास की तफ़सीर
قُل هُوَ اللّٰهُ اَحَدٌ ﴿١﴾ اللّٰهُ الصَّمَدُ ﴿٢﴾ لَم يَلِدْ وَلَم يُوْلَد ﴿٣﴾ وَلَمْ يَكُن لَ…
નવા લેખો
एहराम बांधने के बाद सफर पर कादिर न होना.
सवाल – एक आदमी ने हज्ज या उमरह का एहराम बांध लिया, लेकिन उस को एसी बिमारी लाहिक हो गई के अब वह सफरे हज्ज पर नही जा सकता हे, इस मसअलह में शरीअत क्या कहती है? ओर वह आदमी एहराम से कैसे निकलेगा?
और पढ़ो »क्या उस औरत पर हज्ज फर्ज हे, जिस के पास महरम न हो.
सवाल – एक औरत के पास हज्ज की इस्तिता’अत (ताकत) है, मगर उस के साथ जानेवाला कोइ महरम रिश्तेदार नहीं है, तो क्या उस पर हज्ज फर्ज होगा?
और पढ़ो »व्यापार संभालने के लिए मुनासिब (उपयुक्त) आदमी न मिलने की वजह से हज्ज बाद में अदा करना ?
सवाल – एक आदमी हज्ज की इस्तिता’अत (ताकत) रखता है, लेकिन वह हज के लिए नहीं जा रहा है, क्योंकि उस को कोइ ऐसा मुनासिब आदमी नहीं मिल रहा है, जो उस की गैर मौजुदगी में उस की तिजारत (व्यापार) संभाल सके. इस बारे में शरीअत क्या केहती है?
और पढ़ो »कया कई एकड जमीन के मालिक पर हज्ज फर्ज हे ?
सवाल – एक शख्स कइ एकड़ जमीन का मालिक है ओर वही जमीन उस के लिए कमाने का जरीआ (स्त्रोत) है अगर वह शखस थोडी जमीन या पूरी जमीन फरोखत कर दें, तो उस के पास इतना माल होगा, जो हज्ज के लिए काफी होगा तो क्या ऐसे शख्स पर …
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