औरतों के लिए एतेकाफ़ का तरीक़ा

सवाल – रमज़ान महीने के अख़ीर अशरे में औरत के लिए घर में एतेकाफ़ करने का क्या तरीक़ा है?

जवाब – औरत को चाहिए के वह अपने घर में एक जगह एतेकाफ़ के लिए मुक़र्रर कर ले फिर एतेकाफ़ की पूरी मुदत उसी जगह में एतेकाफ़ करे, उस जगह से वह मात्र वुज़ू, फ़र्ज़ ग़ुसल और बशरी ज़रूरतों (जैसे क़ज़ाए हाजत और ख़ाना ख़ाने) के लिए निकल सकती है. वुज़ू, फ़र्ज़ ग़ुसल और बशरी ज़रूरतों के अलावह वह किसी और काम के लिए उस जगह से न निकले, अगर वह किसी और काम के लिए निकल जाए, तो उस का सुन्नत एतेकाफ़ टूट जाएगा.

नोट :- अगर उस का ख़ाना उस के पास लाने का कुछ प्रबंध हो जाए, तो वह ख़ुद ख़ाना लेने के लिए एतेकाफ़ की जगह से न निकले.

अल्लाह तआला ज़्यादा जानने वाले हैं.

( وحرم عليه ) أي على المعتكف اعتكافا واجبا أما النفل فله الخروج لأنه منه له لا مبطل كما مر ( الخروج إلا لحاجة الإنسان ) طبيعية كبول وغائط وغسل لو احتلم ولا يمكنه الاغتسال في المسجد (الدر المختار مع رد المحتار ۲/٤٤٤-٤٤۵, الفتاوى الهندية ۱/۲۱۲)

जवाब देनेवालेः

मुफ़ती ज़करिया मांकदा

इजाझत देनेवालेः

मुफ़ती इब्राहीम सालेहजी

Source: http://muftionline.co.za/node/579

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