वुज़ू की सुन्नतें और आदाब-भाग-५

१३) ऊंगलीयों का ख़िलाल करना. पहले दायें हाथ की ऊंगलीयों का ख़िलाल करना फिर बायें हाथ कि ऊंगलीयों का ख़िलाल का तरीक़ा यह है के बायें हाथ को दायें हाथ के ऊपर रख्खा जाए फ़िर बायें हाथ की ऊंगलीयों को दायें हाथ की ऊंगलियों के बीच फ़ेरा जाए...

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वुज़ू की सुन्नतें और आदाब-भाग-४

१०)  तीन बार चेहरा धोना. चेहरा धोने का तरीक़ा ये है के दोनों हाथों में पानी लिया जाए और पूरा चेहरा पेशानी से लेकर ठोङी के नीचे तक और एक कान की लव से दूसरे कान की लव तक इस तरह धोया जाए के पानी आंखो के किनारों और कान …

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मर्द और औरत के कफ़न से मुतअल्लिक़ कुछ अहम बातेः

(१) इज़ार और लिफ़ाफ़ा लपेटने के वक़्त मुस्तहब यह है के दायें हिस्से को बायें हिस्से के ऊपर लपेटें.[१७] (२) कफ़न पहनाने के बाद कफ़न को मय्यित के सर और पैर की तरफ़ कपड़े के एक टुकड़े से बांध दिया जाए, ताकि कफ़न न खुले...

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मज़ी का निकलना

सवाल – में जब भी कोई ख़ूबसूरत लड़की की तस्वीर दैखता हुं तो अकसर में नोट करता हुं मज़ी निकल जाती हैं. एसे में मुझे क्या करना चाहिए ग़ुसल या कपड़े बदलना चाहिए ?

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ख़ुले सर के साथ बैतुलख़ला में दाख़िल होना

सवाल – जब हम बैतुलख़ला में या ग़ुसलख़ाने में जाते हैं तो सर पर दुपट्टा लेना ज़ररी है? और मर्द नंगे सर बैतुलख़ला में जा सकते हैं? और अगर ज़रूरी है तो क्युं ?

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