सवाल:– अगर किसी का माल उस की ज़कात की तारीख़ से पेहले कम हो जाए, तो वह कितनी मिक़दार (मात्रा) पर ज़कात अदा करे? मिसाल के तौर पर बकर दस लाख रूपये का मालिक है. वह दस लाख रूपये पूरे साल उस के पास रहे. बकर की ज़कात की तारीख़ …
और पढ़ो »जनाज़े की नमाज़ का तरीक़ा
जनाज़े की नमाज़ अदा करने का मस्नून तरीक़ा निम्नलिखित हैः (१) मय्यित को इमाम के सामने इस तरह रख्खा जाए के उस का सर इमाम के दायीं जानिब हो और उस का पैर इमाम के बायीं जानिब हो इसी तरह के मय्यित को इस तरह रख्खा जाए के उस के …
और पढ़ो »दस ग़ुलाम आज़ाद करने का षवाब
عن البراء بن عازب رضي الله عنه أن النبي صلى الله عليه وسلم قال: من صلى علي كتب الله عز وجل له بها عشر حسنات ومحا عنه بها عشر سيئات ورفعه بها عشر درجات وكن به عدل عتق عشر رقاب (الصلاة على النبي لابن أبي عاصم، الرقم: 52، وقد ذكره …
और पढ़ो »मिस्वाक की सुन्नतें और आदाब-(भाग-३)
मिस्वाक इस्तेमाल करने के मवाक़िअ(अवसर) (१) सो कर उठने के बाद...
और पढ़ो »जनाज़े की नमाज़
इस्लाम धर्म ने मुसलमानों को हुक़ूक़ुल्लाह(अल्लाह तआला के अधिकार) और हुक़ूक़ुल इबाद(बंदो के अधिकार) अदा करने का आदेश दिया है. हुक़ूक़ुल इबाद(बंदो के अधिकार) में से दो तरह के अधिकार होते हैं...
और पढ़ो »ज़कात की तारीख़ से पेहले माल का प्राप्त होना
सवाल:– अगर किसी शख़्स को अपनी ज़कात की तारीख़ से पेहले कुछ अधिक माल मिल जाए,और वह माल उस की ज़कात की तारीख पर उस के पास बाकी रहे तो क्या उस अधिक माल पर भी ज़कात फ़र्ज़ है? मिसाल के तौर पर ज़ैद साहिबे-निसाब (निसाब के बराबर माल का …
और पढ़ो »रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलयहि वसल्लम) के साथ दूसरे अंबिया (अलै.) पर दुरूद भेजना
عن أنس رضي الله عنه قال : قال رسول الله صلى الله عليه وسلم : خرج جبريل عليه السلام من عندي آنفا يخبرني عن ربه عز وجل : ما على الأرض مسلم صلى عليك واحدة إلا صليت عليه أنا وملائكتي عشرا...
और पढ़ो »मिस्वाक की सुन्नतें और आदाब-(भाग-२)
(४) दांतों पर चोड़ाई में और ज़बान पर लंबाई में मिस्वाक करना.[५]
عن أبي موسى رضي الله عنه قال دخلت على رسول الله صلى الله عليه وسلم...
और पढ़ो »ग़ैर मुस्लिम रिश्तेदार को ग़ुसल देना
अगर किसी मुसलमान के क़रीबी ग़ैरमुस्लिम रिश्तेदार का मृत्यु हो जाए, तो उस की लाश उस के(मय्यित के)ग़ैरमुस्लिम रिश्तेदार के हवाले कर दी जाए या उन लोगों के हवाले कर दी जाए जो मय्यित के धर्म के माननेवाले हैं. और अगर मय्यित के ग़ैरमुस्लिम रिश्तेदार न हों या ग़ैरमुस्लिम रिश्तेदार हों...
और पढ़ो »ज़कात की तारीख़ कैसे नियुक्त की जाए
ज़कात कब फ़र्ज़ होगी और ज़कात निकालने की तारीख़ कैसे नियुक्त कि जाएगी?...
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