इफ़तार की मस्नून दुआ

सवाल – निम्नलिखित इफ़तार की मस्नून दुआ किस समय पढ़नी चाहिए? इफ़तार से पेहले या इफ़तार के बाद? اللَّهُمَّ لَكَ صُمْتُ وَعَلَى رِزْقِكَ أَفْطَرْتُ فَتَقَبَّلْ مِنِّي إِنَّكَ أَنْتَ السَّمِيعُ الْعَلِيم

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माहे रमज़ान के आदाब और सुन्नतें- ३

(१) बुज़ुर्गाने दीन की सोहबत(संगात) में समय गुज़ारिए, ताकि आप रमज़ानुल मुबारक की बरकात से ज़्यादह से ज़्यादह फ़ाइदा हासिल कर सकें. (२) सेहरी खाने में बेपनाह बरकतें हैं, लिहाज़ा रोज़ा शुरू करने से पेहले सेहरी के लिए ज़रूर जागिए. عن أبي سعيد الخدري رضي الله عنه قال قال رسول …

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क्या मालदार साहिबे निसाब(निर्धारित सरमाये के मालिक) पर अपनी नाबालिग़ औलाद की तरफ़ से सदक़ए फ़ित्र अदा करना वाजिब है?

सवाल – क्या मालदार आदमी पर अपनी नाबालिग़ औलाद की तरफ़ से सदक़ए फ़ित्र अदा करना वाजिब है?

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