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बाग़े मोहब्बते – छत्तीसवाँ एपिसोड

एक अज़ीम वली – हज़रत फ़ुज़ैल बिन अयाज़ रह़िमहुल्लाह हज़रत फ़ुज़ैल बिन अयाज़ रह़िमहुल्लाह अपने ज़माने के एक बड़े मुहद्दिस और अज़ीम वली थे। अल्लाह तआला ने उन्हें हदीस के फ़न में इतना बुलंद मक़ाम अता फ़रमाया था कि बड़े बड़े मुहद्दिस जैसे हज़रत अब्दुल्ला बिन मुबारक रह़िमहुल्लाह, हज़रत सुफ़ियान …

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दुरूद-शरीफ़ की बरकत से गुनाहों की माफी

عن ابي بردة بن نيار رضي الله عنه قال قال رسول الله صلي الله عليه وسلم من صلى علي من أمتي صلاة مخلصا من قلبه صلى الله عليه بها عشر صلوات ورفعه بها عشر درجات وكتب له بها عشر حسنات ومحا عنه عشر سيئات (السنن الكبرى للنسائى رقم ٩٨٠٩)...

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दुरूद शरीफ़ तज़्किय-ऐ-नफ़्स (दिल की सफ़ाई) का एक ज़रिया

عن أبي هريرة رضي الله عنه عن النبي صلى الله عليه وسلم قال صلوا علي فإنها زكاة لكم واسألوا الله لي الوسيلة فإنها درجة في أعلى الجنة لا ينالها إلا رجل وأرجو أن أكون أنا هو (مسند أحمد رقم ٨٧٧٠)

हज़रत अबू हुरयरह (रज़ि.) से रिवायत है के नबी (सल्लल्लाहु अलयहि वसल्लम) ने इरशाद फ़रमाया...

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दुवा की सुन्नतें और आदाब – ६

(९) अल्लाह तआला की ओर पूरा ध्यान रखकर दुआ करें। गफलत और लापरवाही से दुआ न करें और दुआ करते समय इधर-उधर न देखें। हज़रत अबू-हुरैरा रज़ियल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने इर्शाद फरमाया: “अल्लाह तआला से दुआ करो, दुआ के क़ुबूल होने का यक़ीन …

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जन्नत में रसूलुल्लाह सल्लल्लाह अलैही व-सल्लम का पड़ोसी

हज़रत ‘अली रद़ियल्लाहु ‘अन्हु ने हज़रत तल्हा और ज़ुबैर रद़ियल्लाहु ‘अन्हुमा के बारे में फरमाया: سمعت أذني مِن فِيْ رسول الله صلى الله عليه وسلم وهو يقول: طلحة والزبير جاراي في الجنة. (جامع الترمذي، الرقم: ٣٧٤١) मेरे कान ने बराहे-रास्त रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैही व-सल्लम के मुबारक मुंह से यह इरशाद …

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