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आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की मुबारक सीरत – १

आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का नसब (वंश) मुबारक आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम का नाम मुह़म्मद था, आप के वालिद (पिता) का नाम अब्दुल्ला था और आप की वालिदा (मां) का नाम आमिना था। आप सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम कुरैश खानदान में से थे और कुरैश की मुख्तलिफ शाखों में से क़बील …

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दुवा की सुन्नतें और आदाब – २

दुआ की फजी़लतें (१) मोमीन का हथियार हज़रत अली रदि अल्लाहु अन्हु से रिवायत है कि हज़रत रसूले ख़ुदा सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया कि दुआ मोमीन का हथियार, दीन का सुतून और आसमानों और जमीन का नूर है। (२) इबादत का मग़्ज़ हज़रत अनस रदि अल्लाहु अन्हु से …

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दीन के लिए अपना जान-ओ-माल क़ुर्बान करना

हज़रत मौलाना मुह़म्मद इल्यास साहब रहिमहुल्लाह ने एक मर्तबा इरशाद फ़रमाया: दीन में जान की भी कुर्बानी है और माल की भी। तो तब्लीग़ में जान की कुर्बानी यह है कि अल्लाह के वास्ते अपने वतन को छोड़े और अल्लाह के कलिमे (ला-इलाहा इल्लल-लाह मुहम्मदुर रसुलुल्लाह) को फैलाए, दीन की …

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जन्नत की खुशखबरी

हज़रत रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने इरशाद फ़रमाया: عثمان في الجنة (أي: هو ممن بشّر بالجنة في الدنيا) (سنن الترمذي، الرقم: ٣٧٤٧) उस्मान जन्नत में होंगे (यानी वह उन लोगों में शामिल हैं जिन्हें इस दुनिया में जन्नत की खुशखबरी दी गई)। मस्जिदे ह़राम को कुशादा करने के लिए ज़मीन …

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हज़रत उस्मान रदि अल्लाहु ‘अन्हु का अपने लिए जन्नत खरीदना

गज़व ए तबूक के मौके पर नबी ए करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम ने हज़रत उस्मान रदि अल्लाहु ‘अन्हु के बारे में फ़रमाया: ما على عثمان ما عمل بعد هذه (أي: ليس عليه أن يعمل عملا أخر لشراء الجنة بعد إنفاقه ست مائة بعير لتجهيز جيش تبوك). (سنن الترمذي، الرقم: ٣٧٠٠) …

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