નવા લેખો

अज़ान और इक़ामत की सुन्नतें और आदाब-(भाग-१७)

اللّٰهُمَّ إِنَّ هٰذَا إِقْبَالُ لَيْلِكَ وَإِدْبَارُ نَهَارِكَ وَأَصْوَاتُ دُعَاتِكَ فَاغْفِرْ لِيْ

ए अल्लाह ! बेशक यह रात की शरूआत और दीन की इन्तेहा है और यह आप के बंदों(मुअज़्ज़िन) की आवाज़े हैं जो आप की तरफ़ बुला रहे हैं. आप मेरी मग़फ़िरत फ़रमाइए...

और पढ़ो »

नाबालिग़ बच्चे की जनाज़ा नमाज़ जिस के वालिदैन में से एक मुसलमान हो और एक काफ़िर हो

अगर नाबालिग़ बच्चा जो अक़ल व शुऊर की उमर को नहीं पहुंचा हो मर जाए और उस के वालिदैन में से एक मुसलमान हो और दूसरा काफ़िर हो, तो उस बच्चे को मुसलमान समझा जाएगा और उस की जनाज़े की नमाज़ अदा की जाएगी. अलबत्ता अगर नाबालिग़ बच्चा जो अक़ल …

और पढ़ो »

ख़ुदकुशी(आत्महत्या) करने वाले की जनाज़े की नमाज़

ख़ुदकुशी(आत्महत्या) करने वाले की जनाज़े की नमाज़ अदा की जाएगी. [१] तमाम मुसलमानों के लिए उस बच्चे की जनाज़े की नमाज़ में शिरकत करना (भाग लेना) जाईज़ है. अलबत्ता अगर कुछ मशहूर और अनुयायी उलमा उस की जनाज़े की नमाज़ में इस निय्यत से शिर्कत न करें के लोगो को …

और पढ़ो »

अपने वालीदैन के क़ातिल की जनाज़े की नमाज़

इस्लामी मुल्क में उस शख़्स पर जनाज़े की नमाज़ नहीं पढ़ी जाएगी, जिस ने अपनी मां या अपने बाप को जान बुझ कर क़तल किया हो फिर उस को इमामुल मुस्लिमीन(मुस्लिम हाकिम) ने इस जुर्म की सज़ा में क़तल कर दिया हो.[१] नोटः- वालिदैन के क़ातिल पर मुसलमान होने के …

और पढ़ो »

तकलीफ़ का कारण न बनना

इस ज़माने में दुरूद शरीफ़ और इस्तिग़फ़ार की कषरत रखी जावे और उस की कोशिश की जावे के किसी रफ़ीक़(साथी) को मेरी तरफ़ से तकलीफ़ न पहुंचे और अगर किसी की तरफ़ से हक़ तलफ़ी(किसी को उन के अधिकारो से वंचित करना) और तअद्दी(अन्याय) हो तो उस पर इल्तिफ़ात(ध्यान) न किया जावे...

और पढ़ो »