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रोज़े की हालत में फ़ोहश तस्वीर या वीडियो देखने या मात्र तसव्वुर की वजह से स्खलन(इन्ज़ाल)

सवाल – अगर कोई व्यक्ति रोज़े की हालत में फ़ोहश तस्वीर या वीडियो देखने या मात्र तसव्वुर की वजह से स्खलन(इन्ज़ाल) हो जाए, तो क्या उस का रोज़ा फ़ासिद हो जाएगा?

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ऐसे माल पर ज़कात जो बेचने के इरादे से ख़रीदा गया हो फिर बेचने का इरादा छोड़ दिया गया हो

सवाल:– एक व्यक्ति ने कोई सामान बेचने की निय्यत से ख़रीदा फिर उस ने बेचने का इरादा छोड़ दिया. कुछ दिनो के बाद फिर उस ने उस सामान को बेचने का इरादा किया, तो क्या दोबारा बेचने की निय्यत से उस सामान पर ज़कात फ़र्ज़ होगी?

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ज़कात की रक़म से खाने पीने की चीज़ें ख़रीद कर ग़रीब को देना

सवाल:– क्या ज़कात की रक़म से खाने पीने की चीज़ें ख़रीद कर ग़रीबों को खिलाना जाईज़ है? क्या माहे-रमज़ान में ज़कात की रक़म से ग़रीबों को इफ़तार कराना जायज़ है?

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हदिया अथवा क़र्ज़ की सूरत में ज़कात देना

सवाल:– अगर कोई आदमी किसी ग़रीब मुसलमान को कुछ पैसे हदये तथा क़र्ज़ के तौर पर दे दें और देते वक़्त वह ज़कात की निय्यत करे तो क्या इस तरह देने से उसकी ज़कात अदा हो जाएगी?

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