बारह ज़िल हिज्जह को ग़ुरूबे शम्स से पेहले धर लौटने वाले मुसाफ़िर पर क़ुर्बानी

सवाल – एक शख़्स दस, ग्यारह और बारह ज़िल हिज्जह को सफ़र की हालत में था, मगर वह बारह ज़िल हिज्जह को सूरज के ग़ुरूब होने से पेहले धर वापस आ गया, तो क्या उस पर क़ुर्बानी वाजिब होगी?

जवाब –अगर वह साहिबे निसाब हो, तो उस पर क़ुर्बानी वाजिब होगी.

अल्लाह तआला ज़्यादा जानने वाले हैं.

حتى لو كان مسافرا في أول الوقت ثم أقام في اخره تجب عليه وحتى لو كان فقيرا في أول الوقت ثم أيسر في اخره تجب عليه (الهندية ص۲۹۲ ج۵)

जवाब देनेवालेः

मुफ़ती ज़करिया मांकदा

इजाझत देनेवालेः

मुफ़ती इब्राहीम सालेहजी

Source: http://muftionline.co.za/node/98

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