फज़ाइले-सदकात – १४

‘उलमा-ए-आख़िरत की बारह अलामात

नवीं अलामत:

नवीं अलामत यह है कि उसकी हर हरकत व सुकून से अल्लाह जल्ल शानुहू का ख़ौफ़ टपकता हो।

उसकी अज़मत व जलाल और हैबत का असर उस शख़्स की हर अदा से ज़ाहिर होता हो, उसके लिबास से, उसकी आदात से, उसके बोलने से, चुप रहने से हत्ताकि हर हरकत और सुकून से यह बात ज़ाहिर होती हो, उसकी सूरत देखने से अल्लाह तआला शानुहू की याद ताज़ा होती हो, सुकून, वकार, मस्कनत, तवाज़ो उसकी तबीअत बन गया हो।

बेहूदा गोई, लग्व कलामी, तकल्लुफ से बातें करने से गुरेज़ करता हो कि ये चीजें फख़र और अकड़ की अलामात हैं, अल्लाह तआला शानुहू से बेख़ौफी की दलील हैं।

हज़रत उमर रज़ियल्लाहु अन्हु का इर्शाद है कि इल्म सीखो और इल्म के लिए सुकून और वकार सीखो, जिस से इल्म हासिल करो उसके सामने निहायत तवाज़ु से रहो, जाबिर उलमा में से न बनो।

हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम का इर्शाद है कि मेरी उम्मत के बेहतरीन अफराद वे हैं जो मज्मे में अल्लाह तआला की वुस्अते-रहमत से खुश रहते हों और तंहाईयों में अल्लाह तआला के अज़ाब के ख़ौफ़ से रोते हों, उनके बदन ज़मीन पर रहते हों और उनके दिल आसमान की तरफ लगे रहते हों।

हुज़ूरे-अक़्दस सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम से किसी ने पूछा कि सबसे बेहतर अमल क्या है? हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने फ़रमाया कि नाजायज़ उमूर से बचना और यह कि अल्लाह तआला शानुहू के ज़िक्र से तेरी ज़बान तरोताज़ा रहे। किसी ने पूछा कि बेहतरीन साथी कौन है? हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने फरमाया कि वह शख्स है कि अगर तू नेक काम से ग़फलत करे तो वह तुझे मुतनब्बह कर दे और अगर तुझे खुद याद हो तो उसमें तेरी इआनत (मदद) करे। किसी ने पूछा कि बुरा साथी कौन है? हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने फ़रमाया वह शख़्स है कि अगर तुझे नेक काम से गफलत हो तो वह मुतनब्बह न करे और तू खुद करना चाहे तो उसमें तेरी इआनत न करे। किसी ने पूछा कि सबसे बड़ा आलिम कौन है? हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने फरमाया कि जो शख़्स सबसे ज़्यादा अल्लाह तआला शानुहू से डरने वाला हो। किसी ने पूछा कि हम किन लोगों के पास ज़्यादातर नशिस्त (बैठना) रखें? हुज़ूर सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने फरमाया कि जिनकी सूरत से अल्लाह की याद ताज़ा होती हो।

हुज़ूरे-अक़्दस सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम का इर्शाद है कि आखिरत में ज़्यादा बेफिक्र वह शख़्स होगा जो दुनिया में फ़िक्र मंद रहा हो और आखिरत में ज्यादा हँसने वाला वह होगा जो दुनिया में ज़्यादा रोने वाला हो।

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