सवाल – एक आदमी हाफ़िज़े क़ुर्आन है, उस के बारे में मालूम है के वह ग़लत सलत कामों में मुब्तला है, अपने मामूलात में वह बड़ा घोके बाज़ है और वह नशा आवर चीज़ों को इस्तेमाल करता है, तो क्या एसे आदमी को फ़र्ज़ नमाज़ अथवा तरावीह की नमाज़ के लिए इमाम बनाया जा सकता हैं
जवाब – एसे आदमी को इमाम नही बनाना चाहिए.
अल्लाह तआला ज़्यादा जानने वाले हैं.