इशा की नमाज़ अदा कीए बगैर तरावीह पढना

सवाल – अगर कोई शख़्स देर से मस्जिद आया, जबके इशा की जमाअत पूरी हो गई, तो क्या एसे आदमी को तरावीह में शामिल होना चाहिए इस से पेहले के वह इशा की नमाज़ पढ़े या पेहले वह इशा की नमाज़ पढ़े और फिर वह तरावीह में शामिल हो जाए?

जवाब – तरावीह नमाज़ मात्र उस समय दुरूस्त हो सकती है जब इशा की नमाज़ के बाद पढ़ी जाए.

अगर कोई इशा की नमाज़ के न पढ़े और तरावीह नमाज़ में शामिल हो जाए, तो उस की तरावीह नमाज़ दुरूस्त नही होगी. उस की नमाज़ नफ़ल शुमार होगी तरावीह शुमार नही होगी.

लिहाज़ा इशा की नमाज़ पढ़ने के बाद एसे आदमी को दोबारा तरावीह की नमाज़ पढ़ना होगा.

अल्लाह तआला ज़्यादा जानने वाले हैं.

दारूल इफ़्ता, मद्रसा तालीमुद्दीन

इसिपिंगो बीच, दरबन, दक्षिण अफ्रीका

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