सवाल – एक शख़्स पर साहिबे निसाब न होने की वजह से कुर्बानी वाजिब नहीं थी, मगर बारह ज़िल-हिज्जह को सूरज के ग़ुरूब होने से पहले वह निसाब के बराबर माल का मालिक बन गया, तो क्या उस पर कुर्बानी वाजिब होगी?
जवाब – उस पर कुर्बानी वाजिब होगी.
अल्लाह तआला ज़्यादा जानने वाले हैं.
حتى لو كان مسافرا في أول الوقت ثم أقام في اخره تجب عليه وحتى لو كان فقيرا في أول الوقت ثم أيسر في اخره تجب عليه (الفتاوى الهندية ۵/۲۹۲)
ولا يشترط أن يكون غنيا في جميع الوقت حتى لو كان فقيرا في أول الوقت ثم أيسر في آخره يجب عليه لما ذكرنا (بدائع الصنائع ۵/٦٤)
ولو جاء يوم الأضحى ولا مال له ثم استفاد مائتي درهم فعليه الأضحية (المحيط البرهاني ۵/ ٦۵٦)
जवाब देनेवालेः
मुफ़ती ज़करिया मांकदा
इजाझत देनेवालेः
मुफ़ती इब्राहीम सालेहजी