सवाल – क्या मक़रूज़(क़र्ज़दार) पर सदक़ए फ़ित्र वाजिब है?
जवाब – क़र्ज़ की रक़म कम करने बाद अगर मक़रूज़ के बक़िय्या माल ज़कात के निसाब के बराबर हो या ज़्यादह हो, तो सदक़ए फ़ित्र उस पर वाजिब होगा.
अल्लाह तआला ज़्यादा जानने वाले हैं.
تجب على حر مسلم مكلف مالك لنصاب أو قيمته…فارغ عن الدين (مراقي الفلاح مع حاشية الطحطاوى ص۷۲۳, الدر المختار مع رد المحتار ۲/۳٦٠)
जवाब देनेवालेः
मुफ़ती ज़करिया मांकदा
इजाझत देनेवालेः
मुफ़ती इब्राहीम सालेहजी