अल्लाह की नज़र से गिरने की एक वजह

एक दीनी मद्रसा के एक मशहूर उस्ताद का ज़िक्र करते हुए हज़रत मौलाना मुह़म्मद इल्यास साहिब रह़िमहुल्लाह ने फ़रमाया:

मैंने उन से कहा कि आप लोगो के, अल्लाह की नज़र से गिरने और फिर उसी के नतीजे में दुनिया की नज़रों से भी गिर जाने की एक खास वजह यह है कि अल्लाह और रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम के रिश्ते से जो ताल्लुक हैं, उनकी तौक़ीर (बड़ाई,दबदबा,धाक) नहीं रही और दुन्यवी और माद्दी ताल्लुक के दबाव को आप ज्यादा कबूल करने लगे।

देखो! मेरा-तुम्हारा ताल्लुक सिर्फ अल्लाह और रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम के वास्ते है। मैंने तुम्हें बुलाया, तुम नहीं आए; लेकिन फ़लां के एक ख़त ने तुम्हें बुला लिया (और उन में यही बात तो ज्यादा है कि वो मालदार हैं और उन से और उनके कॉन्टेक्ट से चंदा मिलता है) तो हमारी बुनियादी बीमारी है- अल्लाह और रसूल सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम के वास्ते से और उन की तरफ से कहने वालों की न सुनना और न मानना। (मल्फूज़ात हज़रत मौलाना मुहम्मद इलियास रहिमहुल्लाह, पेज नंबर: 85)

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