خاطب رسول الله صلى الله عليه وسلم الأزواج المطهرات مرة فقال: إن الذي يحنو عليكن بعدي لهو الصادق البار
ثم دعا رسول الله صلى الله عليه وسلم لسيدنا عبد الرحمن بن عوف رضي الله عنه قائلا: اللهم اسق عبد الرحمن بن عوف من سلسبيل الجنة.
فكان في ذلك إشارة إلى أن سيدنا عبد الرحمن بن عوف رضي الله عنه هو الذي يحنو على الأزواج المطهرات وينفق عليهن بعده صلى الله عليه وسلم. (مسند أحمد، الرقم: 26559)
रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने एक मर्तबा अपनी पाक बीवियों को मुखातब करके फरमाया: बेशक जो शख्स मेरी वफात के बाद तुम सब पर एहसान करेगा वह यकीनन एक मुखलिस और नेक बंदा है।
उसके बाद रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम ने हज़रत अब्दुर्रहमान बिन औफ रज़ियल्लाहु अन्हु के लिए खास दुआ फरमाई: ऐ अल्लाह! जन्नत में अब्दुर्रहमान को सल्सबील नहर से सैराब फरमा।
इस में इस बात की तरफ इशारा था कि हज़रत अब्दुर्रहमान रज़ियल्लाहु अन्हु रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम की वफात के बाद आप की पाक बीवियों पर एहसान करेंगे और उन पर खर्च करेंगे।
हज़रत अब्दुर्रहमान बिन औफ रज़ियल्लाहु अन्हु की सखावत
मिस्वर बिन मख्रमा रज़ियल्लाहु अन्हु बयान करते हैं:
हज़रत अब्दुर्रहमान बिन औफ रज़ियल्लाहु अन्हु ने एक मर्तबा अंगूर का एक बाग चालिस हजार दीनार में हज़रत उस्मान रज़ियल्लाहु अन्हु को फरोख्त किया।
जब हज़रत अब्दुर्रहमान रज़ियल्लाहु अन्हु ने हज़रत उस्मान रज़ियल्लाहु अन्हु से रकम वसूल की तो उन्होंने फौरन उसे रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम की पाक बीवियों, मुहाजिरीन, अपने क़बीले (बनू-ज़ुहरह) के लोग और गरीब मुसलमानों में तकसीम कर दिया।
हज़रत मिस्वर रज़ियल्लाहु अन्हु फ़रमाते हैं कि मैं हज़रत आइशा रज़ियल्लाहु अन्हा के पास गया (उन को वो रक़म देने के लिए, जो हज़रत अब्दुर्रहमान रज़ियल्लाहु अन्हु के लिए मुकर्रर की थी)।
जब मैंने उस रक़म को उन के हवाले की, तो उन्होंने पूछा कि यह माल मेरे लिए किस ने भेजा है? मैंने जवाब दिया: अब्दुर्रहमान बिन औफ। उन्हों ने कहा कि रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने फ़रमाया: मेरी वफ़ात के बाद सिर्फ वही लोग तुम पर एहसान करेंगे, जो इस्तिक़ामत के साथ (दीन पर) कायम रहेंगे।
हज़रत आइशा रज़ियल्लाहु अन्हा ने फिर हज़रत अब्दुर्रहमान बिन औफ रज़ियल्लाहु अन्हु के लिए वही दुआ फरमाई, जो रसूलल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने अपनी ज़िन्दगी में उनके लिए फरमाई थी: ऐ अल्लाह! जन्नत में इब्ने-औफ़ को (हज़रत अब्दुर्रहमान बिन औफ़ को) सल्सबील नहर से सैराब फ़रमा।
नोट: आज-कल चालीस हज़ार दीनार की कीमत तकरीबन 200 मिलियन रेन्ड (96 करोड़ इन्डियन रूपी) है।