قال سيدنا طلحة رضي الله عنه: كان النبي صلى الله عليه وسلم إذا رآني قال: (أنت) سِلْفي (عديلي) في الدنيا وسِلْفي في الآخرة (الأحاديث المختارة، الرقم: ٨٤٩)
हज़रत तल्हा रज़ियल्लाहु अन्हु बयान करते हैं कि जब रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम मुझे देखते तो आप फ़रमाते: (तुम) दुनिया और आख़िरत में मेरे हम-ज़ुल्फ़ हो।
रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम के हम-ज़ुल्फ़ (साढ़ू भाई)
हज़रत तल्हा रज़ियल्लाहु अन्हु की चार बीवी थीं। उन्की चार बीवियों में से हर एक रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम की अज़्वाज-ए-मुतह्हरात में से किसी एक की बहन थी।
यही वजह है कि रसूलुल्लाहु सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने उन से फ़र्माया: (तुम) दुनिया और आख़िरत में मेरे हम-ज़ुल्फ़ हो।
अल्लाह तआला ने रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम की तमाम अज़्वाज-ए-मुतह्हरात को मुन्तखब किया था कि वो इस दुनिया में भी आप सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम की पाक बीवियां होंगी और अल्लाह तआला ने इस बात का भी फैसला किया था कि वो आखिरत में भी आप सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम की पाक बीवियां होंगी; चुनांचे इस हदीस में रसूलुल्लाह सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम ने इशारा फरमाया है कि हज़रत तल्हा रज़ियल्लाहु अन्हु की बीवियां आखिरत में भी उनकी बीवियां होंगी।
इसलिए हज़रत तल्हा रज़ियल्लाहु अन्हु दुनिया और आख़िरत दोनो जहां में आप सल्लल्लाहु अलैहि व-सल्लम के हम-ज़ुल्फ़ हैं।
हज़रत तल्हा रज़ियल्लाहु अन्हु के निकाह़ में निम्नलिखित औरतें थीं, जो अज़्वाज-ए-मुतह्हरात में से चार की बहनें थीं।
१. उम्मे-कुल्सूम बिन्ते- अबू-बक्र सिद्दीक, जो हज़रत आयशा रज़ियल्लाह अन्हा की बहन थी।
२. हम्ना बिन्ते-जह़श, जो हज़रत ज़ैनब बिन्ते-जह़श रज़ियल्लाहु अन्हा की बहन थी।
३. फ़रीहा बिन्ते-अबी-सुफ़ियान, जो हज़रत उम्मे-ह़बीबा बिन्ते-अबी-सुफ़ियान रज़ियल्लाहु अन्हा की बहन थी।
४. रुक़य्या बिन्ते-अबी-उमय्या, जो उम्मे-सल्मा बिन्ते-अबी-उमय्या रज़ियल्लाहु अन्हा की बहन थी। (अल्-असाबा)