ज़ियारत या उमरा का तवाफ़ बिना वज़ू किए करना

सवाल – अगर कोई शख्स बिना वुज़ू के तवाफ़-ए-ज़ियारत या उमरा का तवाफ करे, तो शरीयत में उस का क्या हुक्म है?

जवाब – उस पर एक दम वाजिब होगा; लेकिन, अगर वह वुज़ू करके उस तवाफ को फिरसे कर ले, जो वुज़ू के बगैर किया था, तो उस से दम गिर जाएगा।

अल्लाह तआला ज्यादह जानने वाले हैं.

Check Also

मासिक धर्म के दौरान तवाफ़ ज़ियारत करना

सवाल – एक औरत हैज़ वाली है और उसे तवाफ़-ए-ज़ियारत करना है। लेकिन वो वापसी …