दुरूद शरीफ़ पढ़ने की बरकत से ज़रूरतों की तकमील July 5, 2022 दुरूद शरीफ 0 “जो शख़्स मेरी क़बर के पास खड़ा हो कर मुझ पर दुरूद पढ़ता है में उस को ख़ुद सुनता हुं और जो किसी और जगह दुरूद पढ़ता है तो उस की दुनिया और आख़िरत की ज़रूरतें पूरी की जाती हैं और में क़यामत के दिन उस का गवाह और उस का सिफ़ारिशी होवुंगा”... और पढ़ो »