फ़र्ज़ नमाज़़ों के बाद दुरूद शरीफ़ पढ़ना September 9, 2021 दुरूद शरीफ 0 हज़रत अनस (रज़ि.) के दिल में रसूले करीम (सल्लल्लाहु अलयहि वसल्लम) की इतनी ज़्यादा मोहब्बत थी के उन्होंने अपने आप को नबीये करीम (सल्लल्लाहु अलयहि वसल्लम) के बग़ैर इस दुन्या में रेहने के क़ाबिल नहीं समझा... और पढ़ो »