(१) बुज़ुर्गाने दीन की सोहबत(संगात) में समय गुज़ारिए, ताकि आप रमज़ानुल मुबारक की बरकात से ज़्यादह से ज़्यादह फ़ाइदा हासिल कर सकें. (२) सेहरी खाने में बेपनाह बरकतें हैं, लिहाज़ा रोज़ा शुरू करने से पेहले सेहरी के लिए ज़रूर जागिए. عن أبي سعيد الخدري رضي الله عنه قال قال رسول …
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क्या सदक़ए फ़ित्र मात्र रमज़ान के रोज़े रखने वालों पर वाजिब है?
सवाल – क्या सदक़ए फ़ित्र मात्र रमज़ान के रोज़े रखने वालों पर वाजिब है?
और पढ़ो »सदक़ए फ़ित्र कब वाजिब होता है?
सवाल – सदक़ए फ़ित्र कब वाजिब होता है?
और पढ़ो »सदक़ए फ़ित्र के हक़दार कोन हैं?
सवाल – सदक़ए फ़ित्र के हक़दार कोन हैं?
और पढ़ो »आखिरी कुछ सालों में सदक़ए फ़ित्र अदा नहीं किया, तो क्या करे?
सवाल – अगर किसी शख़्स ने गुज़िश्ता कुछ सालों का सदक़ए फ़ित्र अदा नहीं किया, तो वह क्या करे?
और पढ़ो »क्या मालदार साहिबे निसाब(निर्धारित सरमाये के मालिक) पर अपनी नाबालिग़ औलाद की तरफ़ से सदक़ए फ़ित्र अदा करना वाजिब है?
सवाल – क्या मालदार आदमी पर अपनी नाबालिग़ औलाद की तरफ़ से सदक़ए फ़ित्र अदा करना वाजिब है?
और पढ़ो »क्या मक़रूज़(क़र्ज़दार) पर सदक़ए फ़ित्र वाजिब है?
सवाल – क्या मक़रूज़(क़र्ज़दार) पर सदक़ए फ़ित्र वाजिब है?
और पढ़ो »एतेकाफ़ के दौरान ग़लती से बाहर निकल जाना
सवाल – अगर कोई शख़्स सुन्नत एतेकाफ़ के दौरान ग़लती से मस्जिद से निकल जाए, तो क्या उस का सुन्नत एतेकाफ़ बाक़ी रहेगा?
और पढ़ो »हालते एतेकाफ़ में मस्जिद से तबरीद ग़ुसल के लिए निकलना
सवाल – ऐक शख़्स मस्जिद में सुन्नत एतेकाफ़ के लिए बेठा है. क्या उस के लिए ठंडक हासिल करने की ग़र्ज से ग़ुसल करने के लिए मस्जिद से निकलना जाईज़ है?
और पढ़ो »औरतों के लिए एतेकाफ़ का तरीक़ा
सवाल – रमज़ान महीने के अख़ीर अशरे में औरत के लिए घर में एतेकाफ़ करने का क्या तरीक़ा है?
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