ज़िंदगी के अंतिम क्षण September 29, 2019 जनाज़ा, लेख 0 كُلُّ نَفْسٍ ذَائِقَةُ الْمَوْتِ "हर जानदार को मौत का मज़ा चखना हे." (सूरऎ आली इमरान) मौत ऎक ऎसी अटल हक़िक़त (सच्चाई) है, जिस से किसी को छुटकारा नहीं है. मौमिन और काफ़िर दोनों ने इस की हक़्क़ानियत (सच्चाई) का स्वीकार किया हैं... और पढ़ो »