हज़रत अबु दरदा (रज़ि.) से रिवायत है के रसूलुल्लाह (सल्लल्लाहु अलयहि वसल्लम) ने इरशाद फ़रमाया के “जो व्यक्ति मुझ पर सुबह के वक़्त दस बार दुरूद भेजता है और शाम के वक़्त दस बार दुरूद भेजता है, वह क़यामत के दिन मेरी शफ़ाअत से शर्फ़याब होगा.”...
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